Friday 19 October 2012

पंजाब को बनता 5112 करोड़ रुपये का सूखा राहत पैकेज ना देने के कारण सुखबीर द्वारा कांग्रेस पर तीखा हमला



  • केंद्र सरकार प्रत्येक राज्य से समानता वाला व्यवहार करे  
  • पंजाबी किसानों से धोखे संबंधी पंजाब कांग्रेस की चुप्पी दुर्भाग्यपूर्ण

चंडीगढ़, 19 अक्तूबर : पंजाब के उप मुख्यमंत्री स. सुखबीर सिंह बादल ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा पंजाब को 46 प्रतिशत बारिश ना होने के कारण धान के उत्पादन के लिए किए अतिरिक्त खर्च का बनता 5112 करोड़ रुपये का सूखा राहत पैकेज ना देने के कारण तीखी आलोचना करते हुए कहा  है, कि केंद्र को सभी राज्यों से एक समान व्यवहार
करना चाहिए।
          आज यहां एक प्रैस कांफ्रैंस को संबोधित करते हुए स. बादल ने कहा कि पंजाब जो कि देश का अन्न दाता है, अकेले ही देश के अन्न भंडार में 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सा देता है एवं देश को आनाज के मामले में आत्मनिर्भर बनाने में पंजाब का सबसे बड़ा रोल है। उन्होंने कहा कि पंजाब के किसानों को नजर अंदाज करके केंद्र उनके हाथों को ही खाने का प्रयास कर रहा है जोकि उसको रोजी रोटी देते हैं। उन्होंने कहा कि कितनी आश्चार्य की बात है कि केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शरदपवार के नेतृत्व वाली कमेटी जिसके कि जयराम रमेश भी सदस्य थे, द्वारा पंजाब को सूखा राहत देने की सिफारिश करने के बाद भी केंद्र सरकार ने पंजाब की इस जायज़ मांग को रद्दी वाली टौकरी में फैंक दिया है। उन्होंने कहा कि श्री पवार एवं श्री जय राम रमेश ने प्रैस कान्फ्रैंस के दौरान यह भरोसा दिया था कि केंद्र सरकार पंजाब  को तुरंत सूखा राहत पैकेज दे देगी जिसके लिए पंजाब सरकार अपना मांग पत्र पूरे विवरणों सहित दे। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा तुरंत विस्तृत रिपोर्ट केंद्र को दे दी गई किंतु केंद्र सरकार ने अभीतक इस मसले पर पूरी तरह चुप्पी रखी हुई है जोकि केंद्र की पंजाब के प्रति सौतेली नीति को दर्शाता है।
          उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को दी गई रिपोर्ट में कुल 5112.9  करोड़ रुपये की मांग की गई थी, जिसमें अतिरिक्त बिज़ली प्रयोग के लिए 2531 करोड़ रुपये, डीज़ल एवं किसानों के अतिरिक्त खर्च के लिए 850.80 करोड़, कृषि ऋृणों के लिए 893 करोड़  रुपये भू-जल के संरक्षण के लिए 300 करोड़, टयूबवैल लगाये जाने के लिए 300 करोड़, पशुचारे के लिए 211.60 करोड़ एवं पेयजल आपूर्ति के लिए 26 करोड़ रुपये की मांग की गई थी। स. बादल ने मांग की कि 46 प्रतिशत बारिश कम होने के कारण पंजाब के किसानों ने अपने बच्चों की तरह फसल को पालकर देश का पेट भरने के लिए धान का रिकार्ड उत्पादन किया है जबकि केंद्र ने किसानों की मांगों के प्रति आंखे बंद की हुई हैं। इस मुद्दे पर पंजाब कांग्रेस की चुप्पी पर प्रशन उठाते हुए स. बादल ने कहा कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह वह कोई भी मुद्दा नही उठाते जिससे कांग्रेस हाईकमान सवालों के नीचे आते हों। उन्होंने कहा कि अपनी कप्तानी की खातिर कैप्टन ने किसानों के हितों क ो नकार दिया है। उन्होंने कहा कि अकाली दल अगामी शीत ऋृतु सत्र दौरान संसद में यह मुद्दा उठायेगा एवं मु यमंत्री स. प्रकाश सिंह बादल इस पैकेज के लिए प्रधानमंत्री को मिलेंगे। इस अवसर पर प्रमुख व्यक्तियों में सूचना एवं लोक संपर्क मंत्री स. बिक्रम सिंह मजीठिया, शिक्षा मंत्री सिकंदर सिंह मलूका, पर्यटन मंत्री सरवण सिंह फिल्लौर, लोक निर्माण मंत्री शरणजीत सिंह ढिल्लों एवं डी जी पी सुमेध सिंह सैनी शामिल थे।

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