Wednesday 10 October 2012

पंजाब बायोमास पावर लिम. द्वारा तीन बायोमास पावर प्रोजैक्ट कायम किये जाएंगें


* भविष्य में 560 करोड़ रूपये की लागत के साथ 84 मैगावाट की समर्था वाले ऐेसे 7 ओर प्रोजैक्ट पंजाब में लाये जाएंगे
* मुख्यमंत्री ने पीबीपीएल को सिखलाई संस्था के लिए तजवीज पेश करने के लिए कहा
* जिला प्रशासन को धान की पराली पर पाबन्दी को सख्ती के साथ अमल में लाने के आदेश
चण्डीगढ़, 10 सितम्बर : पंजाब बायोमास पावर लिम. (पीबीपीएल) के चेयरमैन श्री विनी आहूजा ने आज राज्य में 250 करोड़ रूपये के निवेश के साथ तीन प्रोजैक्ट स्थापित करके 36 मैगावाट अतिरिक्त बिजली पैदा करने की तजवीज़ रखी जिसके लिए धान की पराली को बायोमास के रूप में समूचे तौर पर प्रयोग में लाया जायेगा। पीबीपीएल द्वारा जिला पटियाला में गांव भुन्नरहेड़ी और जलखेड़ी और जिला रूपनगर के गांव पुरखाली में 12-12 मैगावाट की समर्था वाले यह प्रोजैक्ट
लाये जाएंगें।
  श्री आहूजा ने इस सम्बन्धी पंजाब के मुख्यमंत्री स. प्रकाश सिंह बादल को आज सुबह मुख्य मंत्री कार्यालय में एक बैठक दौरान भरोसा दिलाया।
  विचार विमर्श में भाग लेते हुए श्री आहूजा नेे मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि ग्रुप द्वारा पटियाला के घनौर में 12 मैगावाट के उत्पादन की समर्था वाला ऐसा ही एक प्रोजैक्ट 90 करोड़ रूपये की लागत के साथ स्थापित किया गया है। जिसने काम करना शुरू कर दिया है। उन्होंने का कि ग्रुप द्वारा पंजाब में पराली के प्रयोग के साथ चलाया जाने वाला यह प्रोजैक्ट विश्व का पहला ऐसा प्रोजैक्ट है व अब बिजली की पैदावार के वितरण को मुहैया क रवाने के लिए और अधिक आगे बढऩे के लिए दृढ़ हैं। इन प्रोजैक्टों को अगले तीन से पांच वर्षों के समय में प्रदान करने के लिए वित्तीय संस्थाएं जैसे कि आईएल एण्ड एफएस के साथ समझौता किया गया है। 
  राज्य में बायोमास बिजली उत्पादन के लिए भविष्य की योजनाओं का जिक्र करते श्री आहूजा ने मुख्यमंत्री के बताया कि पीबीपपीएल द्वारा भविष्य में पंजाब में 560 करोड़ रूपये की लागत के साथ 84 मैगावाट की समर्था वाले ऐसे सात ओर बायोमास पावर प्रोजैक्ट स्थापित किये जाएंगें। उन्होंने पीपीपी विधि में नवीनीकरण ऊर्जा (बायोमास) पावर प्रोजैक्टों के लिए एक सिखलाई संस्था स्थापित करने के लिए राज्य सरकार की ओर से सहयोग व सहायता मांगी ताकि पंजाब के नवयुवकों को तकनीकी प्रशिक्षण देकर उनके कम्पनी के इन पावर प्रोजैक्टों में रोजगार के अवसर मुहैया करवाए जा सकें। मुख्यमंत्री ने पीबीपीएल के चेयरमैन के भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार इन बायोमास प्रोजैक्टों को शीघ्र ही मुकम्मल करने के लिए हर सम्भव सहयोग देगी। श्री आहूजा द्वारा प्रशिक्षण संस्था की स्थाप्ति के लिए उठाये मामले सम्बन्धी स. बादल ने उन्हें कहा कि इस बारे एक व्यापक प्रस्ताव तैयार किया जाये ताकि समय पर कार्रवाई की जा सकें। स. बादल ने प्रतिनिधिमण्डल को यह भी भरोसा दिलाया कि पंजाब ऊर्जा विकास एजेंसी (पेडा) जो राज्य में मनोनीत एजेंसी है, द्वारा ऐसे प्रोजैक्टों का कार्य समय पर शुरू करने के लिए सिंगल बिंडो क्लीयरेंस को विश्वसनीय बनाया जाये। उन्होंने पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन को निर्देश दिये कि बायोमास प्रोजैक्टों की क्लीयरेैंस शीघ्र करने को यकीनी बनाया जाये। स. बादल ने प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को यह भी कहा कि धान की पराली को जलाने की पाबन्दी क ो सख्ती से अमल में लाया जाये। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को भी आदेश दिये कि खेलों में अन्धाधुंध जलाई जाने वाली धान की पराली को रोकने के लिए लगाई पाबन्दी को सख्ती से लागू करने सम्बन्धी यकीनी बनाया जाये क्योंकि इसके साथ न केवल वातावरण ही प्रदूषित होता है बल्कि इन प्रोजैक्टों के लिए मुख्य तौर पर आवश्यक बायोमास तेल भी ऐसे ही चला जाता है।
  बैठक में उपस्थित प्रमुख व्यक्तियों में प्रमुख सचिव वित्त श्री सतीश चन्द्रा, सचिव ऊर्जा श्री अनुरिद्व तिवाड़ी, मुख्य मंत्री के विशेष सचिव श्री के.जे.एस. चीमा और श्री गगनदीप सिंह बराड़ पावरकॉम के सी.एम.डी. चौधरी, पेडा के एक्जैक्टिव डायरैक्टर श्री टी.पी.एसी सिद्दू और पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन श्री रविन्द्र सिंह शामिल थे। इसी दौरान पंजाब बायोमास लिम. की प्रतिनिधित्ता उनके चेयरमैन श्री विनी आहूजा, एम.डी लैफ्टिनैंट कर्नल (सेवानिवृत) मोनीश आहूजा, सीनियर उप प्रधान और प्लांट अप्रेशन कर्नल (सेवानिवृत) सतीश मेहता और अरूण कपूर ने की। 

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